राज कमल |
जन्मस्थान: प्रसिद्ध ताज नगरी तथा मिर्ज़ा ग़ालिब की
जन्मस्थली आगरा में
पिता: श्री किशन लाल
शिक्षाः एम.ए.(हिंदी) दिल्ली यूनिवर्सिटी। बी.एफ.ए.
कालेज आफ आर्ट, दिल्ली
यूनिवर्सिटी।
कार्यक्षेत्रः चित्रकार, कार्टूनिस्ट। तीन वर्षों तक युनाइटिड इंडिया पीरियोडिकल्स प्रा.लि.के
प्रकाशन—‘लिंक’ तथा ‘पैट्रियट’ के लिए सेवा। बीस
वर्षों तक टाइम्स आफ इंडिया प्रकाशन समूह, दिल्ली के कला विभाग में पराग,सारिका,दिनमान,वामा,सांध्य टाइम्स तथा नवभारत टाइम्स के लिए कार्य। फिलहाल ‘दैनिक जागरण’ राष्ट्रीय संस्करण के लिए प्रतिदिन, पाकेट कार्टून ‘खरी-खरी’ की संरचना तथा ‘इस्पात भाषा
भारती’ पत्रिका, ‘कनेक्शन मीडिया’ आईटी पत्रिका, कुछ व्यावसायिक प्रकाशन संस्थानों आदि से संबद्धता।
प्रकाशित
कृतियाँ:
कहानी
संग्रह:
‘सलीब पर सदी’, ‘उलझे रेशम के बीच’
उपन्यास:
‘फिर भी शेष’
संपर्कः 7ए, शांति विहार, अभय खण्ड-3, इंदिरा पुरम, गाजियाबाद-201010 (उ॰प्र॰)
ईमेल:
saarangkraj@gmail.com