बलराम |
मूल
नाम : प्रेम नारायण
जन्मतिथि
: 15 नंवबर, 1951
जन्मस्थान: उत्तर प्रदेश में कानपुर-बिठूर के पास स्थित गांव भाऊपुर में
शिक्षा
: एम॰ए॰
पत्रकारीय
अनुभव : एम॰ए॰ करते-करते हिंदी दैनिक ‘आज’ में फीचर राइटर हो गए, जहां
से ‘रविवार’ और ‘करंट’ के लिए उत्तर
प्रदेश की रिपोर्टिंग भी करते रहे। फिर टाइम्स आफ इंडिया की कहानी पत्रिका ‘सारिका’ के संपादक मंडल से संबद्ध हुए। बाद में ‘नवभारत टाइम्स’ के चीफ-सब बने। साप्ताहिक ‘ब्रह्मास्त्र’, ‘भूमिका’, ‘शिखर’ और ‘शब्दयोग’ जैसी पत्रिकाओं के बाद फिलहाल समाचार पाक्षिक ‘लोकायत’ के संपादक हैं।
माता:
श्रीमती दुलारी देवी
पिता: श्री शंकर लाल
प्रकाशित
कृतियां:
कहानी
संग्रह: कलम हुए हाथ,
गोआ में तुम, रुकी हुई हंसिनी, अनचाहे सफर तथा प्रतिनिधि कहानियां,
उपन्यास:जननी-जन्मभूमि और आवागमन
आत्मकथात्मक
संस्करण : माफ करना यार
रिपोर्ताज
: औरत की पीठ पर
समीक्षा
: आंगन खड़ा फकीर, आधे-अधूरे परिचय तथा हिंदी कहानी का सफर
साक्षात्कार:वैष्णवों से वार्ता और पत्रकारिता के आयाम आदि
दर्जनाधिक कृतियां प्रकाशित।
संपादन: देश और दुनिया की पचास से अधिक
भाषाओं की कथाओं का अनुवाद और
संपादन कर ‘विश्व लघुकथा कोश’ तथा ‘भारतीय लघुकथा कोश’ हिंदी को सौंपे। ‘मानक
हिंदी लघुकथा कोश’,
‘बीसवीं सदी की लघुकथाएं’ तथा
‘प्रेमचंद रचनावली’ के अलावा ‘जेल जीवन की झलक’ (गणेशशंकर विद्यार्थी), ‘बुद्धू का कांटा’ (श्रीचंद्रधर शर्मा गुलेरी) और बस्तर के
आदिम जन-जीवन पर संदर्भ ग्रंथ ‘इंद्रावती’
का भी
संपादन किया।
सम्मान: केंद्रीय हिंदी संस्थान की ओर से सृजनात्मक लेखन और
पत्रकारिता के लिए ‘गणेशशंकर विद्यार्थी सम्मान’ महामहिम राष्ट्रपति, भारत द्वारा
प्रदत्त। हिंदी अकादमी, दिल्ली से ‘साहित्यकार सम्मान’। संस्मरण के
लिए बिहार से ‘नई धारा रचना सम्मान’। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान से रिपोर्ताज के
लिए ‘अज्ञेय पुरस्कार’। कहानी के लिए मध्य प्रदेश से प्रेमचंद पुरस्कार तथा दिल्ली और उत्तर प्रदेश शासन से कुछ किताबों पर
साहित्यिक कृति पुरस्कार भी मिले।
संपर्क: सी-69, उपकार अपार्टमेंट्स, मयूर विहार फेज-1 विस्तार, दिल्ली-110091
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