नरेश भारतीय |
मूल
नाम: नरेश अरोड़ा
जन्म :
21 मई, 1940
जन्म
स्थान : फिरोजपुर शहर, पंजाब, भारत
माता
: स्वर्गीया
श्रीमती कमलावती
पिता
: स्वर्गीय
कविराज ज्ञानचंद वैद्य
पत्नी
: श्रीमती
वीरेन्द्र ‘सिन्धु’
पुत्र
: (1) वीरेश अरोड़ा(स्व॰); (2)
सिद्धेश अरोड़ा
शिक्षा : स्नातक (बी.ए.)–1960; पंजाब विश्वविद्यालय, भारत; तदुपरांत
1962 तक कानपुर में कानून की
पढ़ाई; लन्दन की यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिन्स्टर से मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर
डिप्लोमा-1986, ब्रिटिश
इंस्टिटयूट ऑफ मैनेजमेंट के सम्मानित सदस्य.
भाषा-ज्ञान
: हिन्दी, संस्कृत, पंजाबी एवं इंग्लिश
लेखन
एवं पत्रकारिता : 1958 में, पहली रचना एक कहानी ‘सलाखों
के पीछे’ नई दिल्ली से प्रकाशित हिन्दी
दैनिक वीर अर्जुन में छपी। 1967
में, ब्रिटेन में सर्वप्रथम
द्विभाषिक (हिंदी-अँग्रेज़ी) पत्रिका चेतक का प्रकाशन आरम्भ किया और उसके संस्थापक
संपादक रहे। 1969 से 75 तक भारत की हिन्दी संवाद संस्था हिंदुस्तान
समाचार के लन्दन संवाददाता.
विश्व
रेडियो प्रसारक : 1967 से लगभग चालीस वर्षों तक अपने मूल नाम से
अंतर्राष्ट्रीय रेडियो प्रसारक के नाते बी.बी.सी की विश्व हिंदी सेवा से जुड़े
रहे।
सामाजिक सक्रियता : 1965 में भारत–पाक युद्ध के
दौरान यूके में भारतीय डिफेंस फंड कमेटी और फेडरल कौंसिल ऑफ इंडिया के संस्थापक
सदस्य. 1966 में, भारतीय युवक संघ की स्थापना और महासचिव. चेतक
पत्रिका का प्रकाशन. 1975 में,
भारत में आपातकाल की घोषणा के बाद वहां
लोकतंत्र की बहाली के अभियान में ब्रिटेन में फ्रैंडस ऑफ इंडिया सोसाइटी का गठन. अंतर्राष्ट्रीय
भारत विकास परिषद यू.के के अध्यक्ष. 2001 में, संस्कार भारती के
यू.के. के अध्यक्ष तथा 2002 में,
यू.के. हिंदी परामर्श मंडल के सदस्य.
प्रकाशित कृतियाँ:
1. सिमट गई धरती (आत्मसंस्मरणात्मक उपन्यास) 2000; 2. टेम्स के तट से(राजनीतिक लेखों का संग्रह) 2001; 3. उस
पार इस पार(सामाजिक लेखों का संग्रह) 2001; 4. आतंकवाद(वैश्विक
आतंकवाद पर खोजपूर्ण ग्रन्थ) 2003;
5. दिशाएँ बदल गईं (प्रवासी
भारतीय जीवन पर उन्यास) 2006; 6.
युगभगीरथ श्री गुरू जी-(विश्लेषणात्मक
जीवन चरित्र) 2006
सम्मान
एवं पुरस्कार : भारत के
महामहिम राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के द्वारा केन्द्रीय हिन्दी संस्थान
के ‘डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन विश्व
हिंदी सम्मान एवं पुरस्कार’ (2001) से
राष्ट्रपति भवन में सम्मानित. लेख संग्रह यू॰ के॰ हिंदी समिति द्वारा हिंदी सेवा
सम्मान (2003), अक्षरम् शिखर प्रवासी सम्मान (2010) नई दिल्ली में. ‘उस पार इस पार’ के लिए पद्मानन्द साहित्य सम्मान (2002)
सम्प्रति: सक्रिय जीवन से विराम, लन्दन में रहते हुए स्वतंत्र लेखन
संपर्क: Telephone: 0044(0)1634890498
email:
naresharora.bharatiya@gmail.com
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